अमृतवाणी सेवा ट्रस्ट ने किया जरूरतमंद लोगों को छठे कंबल वितरण कार्यक्रम का आयोजन - Shudh Entertainment

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अमृतवाणी सेवा ट्रस्ट ने किया जरूरतमंद लोगों को छठे कंबल वितरण कार्यक्रम का आयोजन

रमेश नगर, नई दिल्ली दिल्ली में जैसे-जैसे सर्द- ऋतु  पिछले वर्षों के रिकार्ड तोड़ कर ठिठुरन बढ़ा रही है,वहीं दिल्ली की कई समाजसेवी संस्थाएं आगे...

रमेश नगर, नई दिल्ली दिल्ली में जैसे-जैसे सर्द- ऋतु  पिछले वर्षों के रिकार्ड तोड़ कर ठिठुरन बढ़ा रही है,वहीं दिल्ली की कई समाजसेवी संस्थाएं आगे बढ़ कर गरीबों में मुफ्त कंम्बल बांट कर "नर सेवा नारायण सेवा"का अनुपम उदाहरण पेश कर रहे हैं।

इसी कड़ी में अमृतवाणी सेवा ट्रस्ट के संस्थापक व 6बी ब्लॉक व 2 ब्लॉक RWA के चेयरमैन धर्मवीर आनंद ने नववर्ष के पहले दिन  रमेश नगर में गरीबों में छठे  कंम्बल बांटने के कार्यक्रम का आयोजन किया।जिसमें संस्था के मुख्य संरक्षक श्रीमती सन्तोष शर्मा व प्रकाश चन्द्र शर्मा कार्यक्रम में मुख्य अतिथि नेशनल अकाली दल के अध्यक्ष परमजीत सिंह पम्मा,अमृतवाणी सेवा ट्रस्ट की संपादिका किरण आनंद व चैम्बर ऑफ ट्रेड एंड इंडस्ट्रीज़ के उपाध्यक्ष सन्दीप भारद्वाज ,प्रमुख समाजसेवी कुलदीप सिंह चानना, बिंदिया  मल्होत्रा,दीपक मेहरा ,अनिल चौधरी, महेश मुरझानी,दिलीप कोहली,संजय मल्होत्रा दिल से संस्था के संयोजक मन्नू भैया, प्रवीण कुमार,RWA के प्रधान कमल खुराना,उपप्रधान अनिल जग्गी,महासचिव सुरेंद्र घई,रिलेशन ऑफ इंडिया न्यूज पेपर के संस्थापक मनोज सलूजा व क्षेत्र की गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे।

कम्बल वितरण के कार्यक्रम में हवन उत्थान एवं जनकल्याण समिति ने हवनयज्ञ का आयोजन किया,जिसमें आचार्य शिवा शास्त्री ने उपस्थित जनसमुदाय को हवन करने की विधि बताई व सभी के हाथों से हवन में आहुति डलवाई।आचार्यश्री ने हवन कराने के साथ-साथ कथा प्रसंग सुनाते हुए खासकर महिलाओं को समझाया कि महिला शक्ति का प्रतीक है,इसलिये महिलाओं को माँ दुर्गा की तरह निर्भीक और शक्तिशाली होना चाहिये न कि डरपोक।झांसी की रानी का इतिहास पढ़ कर जीवन में ढालने की जरूरत है।इस अवसर पर ट्रेड एंड इंडस्ट्रीज के उपाध्यक्ष सन्दीप भारद्वाज ने सभी को संम्बोधित करते हुये पद्मविभूषण महाशय धर्मपाल गुलाटी जी को याद करते हुये कहा कि महाशय जी की दानवीरता का कोई सानी नहीं है वह तो परोपकार का समुंदर थे।

भारद्वाज ने कहा कि अगर आप जन की सेवा करते हो तो सही मायने में यही भगवान की सेवा है ,और परोपकार के कार्य को सभी को करना चाहिये।परोपकार के कार्य किसी भी रूप में हो सकते हैं,चाहे आप किसी प्यासे को पानी पिला कर,अंधे को रास्ता   दिखा कर,भूखे को भोजन करवाकर,निर्धन मरीज़ को दवा दिलवाकर ऐसे अनेक कार्य हैं जो किसी न किसी रूप में हर व्यक्ति कर सकता है।उपहार प्राप्तकर्ता जनसमूह ने अमृतवाणी सेवा ट्रस्ट के कंम्बल ग्रहण कर आभार जताया।

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