ऊबर एवं लेंसकार्ट ने सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय (मॉर्थ) के साथ साझेदारी की : ड्राईवर्स को 10 मिलियन रु. के रियायती ग्लासेस एवं आँखों की निशुल्क जाँच प्रदान की - Shudh Entertainment

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ऊबर एवं लेंसकार्ट ने सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय (मॉर्थ) के साथ साझेदारी की : ड्राईवर्स को 10 मिलियन रु. के रियायती ग्लासेस एवं आँखों की निशुल्क जाँच प्रदान की

ऊबर और लेंसकार्ट ने सरकार द्वारा आयोजित पहले ‘सड़क सुरक्षा माह’ के दौरान सड़क सुरक्षा को बढ़ावा देने और जागरुकता फैलाने के लिए सड़क परिवहन एवं र...

ऊबर और लेंसकार्ट ने सरकार द्वारा आयोजित पहले ‘सड़क सुरक्षा माह’ के दौरान सड़क सुरक्षा को बढ़ावा देने और जागरुकता फैलाने के लिए सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय (मॉर्थ) के साथ साझेदारी की घोषणा की।

लेंसकार्ट एवं ऊबर खराब दृष्टि की वजह से होने वाली दुर्घटनाओं को रोकने के लिए यह अभियान सम्पूर्ण भारत में लागू होगा साथ ही इसकी शुरुवात दिल्ली एनसीआर के ड्राईवर पार्टनर्स की आंखों की निशुल्क जाँच कर उन्हें रियायती दर पर विज़न करेक्शन एवं 10 मिलियन रु. के रीडिंग ग्लास प्रदान करने के लिए खर्च को साझा कर रहे हैं। इस अभियान में ऊबर एवं लेंसकार्ट का बराबरी का सहयोग होगा। इसके अलावा, ऊबर ने ड्राईवर समुदाय के लिए एक शैक्षिक वीडियो भी जारी किया है।

नई दिल्ली के विज्ञान भवन में आयोजित उद्घाटन समारोह में सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री (मॉर्थ), श्री नितिन गडकरी ने 10 सर्वश्रेष्ठ रैंकिंग वाले ऊबर ड्राईवर पार्टनर्स को विज़न करेक्शन ग्लास वितरित किए।

माननीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री (मॉर्थ), श्री नितिन गडकरी ने कहा, ‘‘सड़क दुर्घटनाओं में लगने वाली चोटें एवं मौतें जन स्वास्थ्य की मुख्य एवं बढ़ती हुई समस्या है। अकेले 2019 में, देश में सड़क दुर्घटनाओं में 1.54 लाख से ज्यादा लोगों की मौत हुई। भारत में सड़क सुरक्षा का मजबूत आधार विकसित करने तथा 2030 तक सड़क दुर्घटनाओं में गंभीर रूप से घायल होने या मौत होने की दर को 50 फीसदी कम करने के लिए केंद्र, राज्य एवं मुनिसिपल सरकारों, एनजीओ, कॉर्पोरेट नागरिकों तथा व्यक्तियों की ओर से सामूहिक प्रयास किए जाने की जरूरत है। आज ऊबर जैसी प्राईवेट राईड शेयरिंग कंपनियां यह बदलाव लाने में मुख्य भूमिका निभा सकती हैं। आंखों की निशुल्क जाँच एवं वीडियो द्वारा ड्राईवर्स को जागरुक बनाना ऊबर एवं लेंसकार्ट द्वारा सही दिशा में उठाया गया कदम है।’’

इस साझेदारी के बारे में प्रभजीत सिंह, प्रेसिडेंट, ऊबर इंडिया एसए ने कहा, ‘‘ऊबर में राईडर और ड्राईवर की सुरक्षा सर्वोच्च प्राथमिकताएं हैं। मॉर्थ के साथ साझेदारी करके हमारा उद्देश्य खासकर ड्राईवर्स के बीच सड़क सुरक्षा के उपायों की जागरुकता बढ़ाना है। हमारा मानना है कि हमारी साझेदारी सुरक्षित मोबिलिटी की ओर उठाया गया एक कदम है। हमें विश्वास है कि हमारे राईडर्स, ड्राईवर्स एवं शहरी प्रशासन के सहयोग से हम हर ट्रिप को सुरक्षित बनाने में मदद कर सकते हैं।’’

इस संघ के महत्व पर अपने विचार साझा करते हुए पियूष बंसल, सीईओ, लेंसकार्ट सॉल्यूशंस, भारत ने कहा, ‘‘दृष्टि के लिए लेंसकार्ट का उद्देश्य हर भारतीय को श्रेष्ठतम दृष्टि प्रदान करना है। सड़क की सुरक्षा उत्तम दृष्टि से जुड़ी है और हम सड़कों को सभी के लिए सुरक्षित बनाने के लिए सभी ऊबर ड्राईवर्स की आँखों की निशुल्क जाँच कर उन्हें रियायती दरों पर चश्मे प्रदान कर रहे हैं। मॉर्थ एवं ऊबर के साथ हमारी सामरिक साझेदारी उत्साहवर्धक है क्योंकि यह प्रयास हमें सभी को दृष्टि प्रदान करने के हमारे उद्देश्य को पूरा करने में मदद करेगा।’’

आंखों की निशुल्क जाँच कराने और रियायती ग्लास प्राप्त करने वाले ऊबर ड्राईवर सहयोग के लिए दिल्ली-एनसीआर में किसी भी लेंसकार्ट सेंटर पर विज़िट कर सकते हैं। आने वाले महीनों में इस अभियान का और ज्यादा विस्तार कर इसे अन्य भारतीय शहरों तक ले जाया जाएगा।

पिछले कुछ महीनों में अपने राईडर्स और ड्राईवर्स की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए, ऊबर ने विस्तृत सुरक्षा उपाय प्रस्तुत किए हैं, जिनमें गो ऑनलाइन चेकलिस्ट एवं राईडर्स व ड्राईवर्स, दोनों के लिए अनिवार्य मास्क पॉलिसी शामिल है। अपडेटेड कैंसेलेशन पॉलिसी के तहत यदि ड्राईवर या राईडर्स में से कोई भी सुरक्षित महसूस न कर रहा हो, तो वो ट्रिप को निरस्त कर सकते हैं। इन उपायों के साथ ऊबर आज तक 3 मिलियन से ज्यादा मास्क एवं डिसइन्फैक्टैंट और सैनिटाईज़र्स की 200,000 बोतलें निशुल्क वितरित कर चुका है। 

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